पटना| पूर्व केंद्रीय मंत्री व लोजपा के संस्थापक राम विलास पासवान के निधन के बाद उनकी पहली जयंती पर पांच जुलाई को पार्टी के दोनों गुट अपनी ताकत दिखाने में लग गए हैं। पशुपति कुमार पारस जहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बड़े पैमाने पर जयंती मनाने में लगे हैं तो वहीं चिराग पासवान उस दिन से पारस के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत कर ताकत दिखने में लगे हैं।
पारस गुट के प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने बताया कि निधन के बाद राम विलास पासवान की पहली जयंती ऐतिहासिक होगी। इसे पार्टी कार्यालय में ही कोविड नियमों का पालन करते हुए मनाया जाएगा। इसके अलावा राज्यभर में कई जगह पार्टी कार्यकर्ता जयंती कार्यक्रम मनाने में लगे हैं।
पटना के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पारस खुद देशभर के पार्टी नेताओं और दलित सेना के लोगों से खुद संपर्क कर रहे हैं। वहीं चिराग गुट वाली पार्टी के प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि अशीर्वाद यात्रा को लेकर रोज बैठकें हो रही हैं। हाजीपुर में बेमिसाल आयोजन होगा।
हाजीपुर से शुरू होगी आशीर्वाद यात्रा
एलजेपी के अंदर जारी खींचतान अब जनता के बीच आने वाली है। अपने स्वर्गीय पिता राम विलास पासवान के पहले जन्मदिन पर चिराग ‘आशीर्वाद यात्रा’ शुरू करेंगे। दिलचस्प बात यह है कि ये यात्रा हाजीपुर से शुरू होगी। हाजीपुर चिराग के चाचा पशुपति पारस का संसदीय क्षेत्र है। इस सीट से राम विलास कई बार सांसद रह चुके हैं। दावा किया गया है कि यह यात्रा रामविलास पासवान के रिकॉर्ड तोड़ चुनावी आंकड़ों की तरह ऐतिहासिक होगी।