कोरबा I जांजगीर के मासूम राहुल साहू को रेस्क्यू करने के महाअभियान में अनेक लोगों ने योगदान दिया। उन्हीं में से एक रियल हीरो कोरबा के वार्ड 18 के बीजेपी पार्षद चंद्रलोक सिंह, उनके छोटे भाई अखिलेश सिंह भी है। इनकी टीम ने ही चट्टानों को काटकर रास्ता बनाया। इसके बाद फिर बाेर तक पहुंचने सुरंग बनाई जा सकी। उन्हें गुरुवार को रायपुर बुलाया है, जहां रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल लोगों को सीएम भूपेश बघेल सम्मानित करेंगे। पार्षद चंद्रलोक सिंह ने कहा 10 जून को राहुल बोरवेल में गिर गया।
उसके बाद वहां बोरवेल तक पहुंचने का रास्ता बनाने के बीच चट्टानें आने लगी। हर पल कीमती था, वहां उपलब्ध मशीन से काम नहीं हो पा रहा था। 11 जून शाम जांजगीर के माइनिंग अधिकारी सोनी का कॉल आया, उन्होंने कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला का संदेश दिया। हम दोनों भाई कुछ ही घंटों में मशीनों व अपने ग्यारह कामगारों,ऑपरेटर के साथ वहां पहुंचे।
हुंडई की बड़ी 360 मशीन व रॉक ब्रेकर से लगातार काम कर बोरवेल के करीब जहां से सुरंग बनानी थी, हमने रास्ता तैयार किया। वैसे तो कई औद्योगिक उपक्रम, विभाग, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, प्रशासन तो जुटा था, किन्तु रास्ते की खुदाई सबसे महत्वपूर्ण थी। आईएएस राहुल देव जो कोरबा के आयुक्त रह चुके हैं, उन्होंने भी वहां हम पर भरोसा किया। बुधवार रात राहुल के सुरक्षित निकलने के बाद हम कोरबा लौटे।
हमें मिला मौका महायज्ञ में छोटी सी आहुति देने का
चंद्रलोक व अखिलेश ने कहां कि व्यवसाय अलग चीज है और किसी मासूम की जान बचाना अलग बात। ये अवसर कुछ कर गुजरने को था। हमने ये सब अपने खर्च पर किया। जब राहुल सुरक्षित बाहर आया तब हमें भी संतोष हुआ कि इस महाअभियान रूपी यज्ञ में हमें भी आहुति देने का सौभाग्य मिला।