नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध से न सिर्फ यूक्रेन औऱ उसके पड़ोसी देशों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि दुनिया के कई देशों में खाद्य पदार्थों की आपूर्ति में संकट उत्पन्न हो गया है. दुनिया के कई हिस्सों में खाद्य भंडार में कमी हो रही है. ऐसी स्थिति में भारत एक अहम भूमिका निभा सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा है कि अगर विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization) भारत को अनुमति देता है तो हमारा देश अपने खाद्य भंडार से दुनिया को खाद्य आपूर्ति कर सकता है. मंगलवार को यह बात उन्होंने गुजरात के अडलाज में श्री अन्नपूर्णआधाम न्यास के छात्रवास एवं शिक्षा परिसर के उद्घाटन और जनसहायक ट्रस्ट के हीरामणि आरोग्यधाम का भूमि-पूजन करने के बाद कही.
प्रधानमंत्री मोदी ने यह उद्घाटन वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से किया. उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से हर कोई अपने खाद्य भंडार को सुरक्षित रखना चाहता है क्योंकि आज दुनिया एक अनिश्चित स्थिति का सामना कर रही है. लोग जो चाह रहे हैं वह उन्हें नहीं मिल पा रहा है. पेट्रोल, तेल और उर्वरक खरीदने में मुश्किल हो रही है, क्योंकि सभी दरवाजे बंद हो रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि दुनिया अब एक नए संकट का सामना कर रही है. दुनिया का खाद्य भंडार खाली होता जा रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं अमेरिका के राष्ट्रपति से बात कर रहा था तो उन्होंने भी इस गंभीर मुद्दे को उठाया. मैंने सुझाव दिया कि यदि डब्लूटीओ अनुमति देता है, तो भारत कल से दुनिया को खाद्य भंडार की आपूर्ति करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.’ उन्होंने यह भी कहा, ‘हमारे पास अपने लोगों के लिए पहले से ही पर्याप्त खाद्यान्न है, लेकिन ऐसा लगता है कि हमारे किसानों ने पूरी दुनिया को खिलाने की व्यवस्था कर ली है. लेकिन हमें दुनिया के कानूनों के मुताबिक चलना है, इसिलए मुझे नहीं पता कि इस काम के लिए विश्व व्यापार संगठन कब अनुमति देगा.’