बारातियों का स्वागत किया गर्म पानी से…
रायपुर/ छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाके में अगर किसी के घर पर शादी हो तो चटक रंगों से दीवार पर शुभकामनाएं, दूल्हा-दुल्हन के नाम लिखने, सुंदर पक्षियों और फूलों की पेंटिंग दीवार पर बनवाने का ट्रेंड है। लेकिन कोविड काल में ये ट्रेंड बदल रहा है। अब ग्रामीण पूरे गांव को जागरूक करने के लिए शादी के मौके पर कोरोना थीम पर लोग पेंटिंग करवा रहे हैं। रायपुर शहर से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर बसा है बजरंगपुर गांव। यहां साहू परिवार ने भी कोविड और लॉकडाउन थीम पर पेंटिंग करवाकर गांव वालों को जागरूक करने का काम किया है।
10 लोगों की मौजूदगी में हुई शादी कच्चे मकान की दीवारों पर कोरोना को हराने का मजबूत इरादा दिखता है। चूंकि दीवार पर लिखी बात दिन रात गांव के लोग देखते हैं, इससे प्रेरित होकर सभी यहां कोविड प्रोटोकॉल का पालन भी बखूबी कर रहे हैं। साहू परिवार ने अपने मकान पर लिखवाया है, लॉकडाउन के मया (प्यार)। दीपेश साहू की 29 अप्रैल को शादी थी। घर के लड़कों ने इंटरनेट से आइडिया लिया और दीवार पर ये आर्ट वर्क तैयार करवाया। दूल्हे के नाम के नीचे लिखा सैनिटाइजर और दुल्हन वीणा साहू के नाम के साथ मास्क। बारातियों का स्वागत गर्म पानी से हुआ अप्रैल के गर्म मौसम में शादियों के मौकों पर जूस या शरबत से मेहमानों का स्वागत होता था। मगर साहू परिवार ने यहां भी कोरोना और सेहत का ख्याल रखा। घर के सभी लोग और वर वधू पक्ष के 10 लोगों की उपस्थिति शादी के मौके पर थी। सभी को समय-समय पर गर्म पानी दिया जाता रहा। हाथ सैनिटाइज होते रहे।
कोविड फ्री हुआ गांव, अब एक भी पॉजिटिव नहीं पिछले साल के आखिरी महीनों में कोरोना ने इस गांव की तरफ नजरें टेढ़ी की थीं। यहां की करीब 700 की आबादी में से 15 लोग संक्रमित हो गए थे। गांव लोगों की जागरूकता की वजह से सफाई और मास्क, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन और गंभीरता से किया जाने लगा। सभी संक्रमित घर पर ही दवा लेकर ठीक हो गए। किसी को अस्पताल जाने की नौबत ही नहीं आई। अब इस बजरगंपुर गांव में एक भी कोरोना का संक्रमित मरीज नहीं है।