यात्रियों की कम मांग वाली ट्रेनों को रेलवे बोर्ड जहां बंद करने का निर्णय ले रहा है। वहीं लखनऊ से मुंबई, दिल्ली, बिहार, राजस्थान और कोलकता के बीच चलने वाली ट्रेनें अभी चलती रहेंगी। क्योंकि इन राज्यों से लगाकर श्रमिकों का पलायन जारी है। ऐसे में रेलवे बोर्ड लखनऊ से आवगमन करने वाली ट्रेनों को बंद करने की कोई मंशा नहीं जताई है।
उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे के परिचालन शाखा से जुड़े अधिकारी बताते है कि बोर्ड हर ट्रेनों पर अपनी नजरें बनाए हुए हैं। कम मांग वाली ट्रेनों की समीक्षा की जा रही है। रोजाना ट्रेनों में सीटों की बुकिंग और यात्री उपलब्ध की रिपोर्ट मांगी जा रही है। कोविड काल के दौरान जिन रेल खंडों पर यात्री कम हो रहे है उन रेल खंडों पर ट्रेनें आगामी दिनों तक बंद करने के संबंध में प्रस्ताव मांगे जा रहे है। जिसमें लखनऊ से चलने वाली ट्रेनों के नाम नहीं है।
चारबाग और लखनऊ जंक्शन से चलने वाली ट्रेनें
लखनऊ मेल, गोमती एक्सप्रेस, पुष्पक सुपरफास्ट, मुंबई एसी सुपरफास्ट, लखनऊ आन्नद विहार, लखनऊ एसी एक्सप्रेस नई दिल्ली, लखनऊ बांद्रा, लखनऊ नई दिल्ली शताब्दी, गोमतीनगर जयपुर के अलावा शहीद एक्सप्रेस, सरयू यमुना, पाटिलपुत्र जैसे दर्जनों ट्रेनें है जो गैर राज्यों से श्रमिकों को लेकर लखनऊ पहुंच रही है। उन ट्रेनों को बंद करने का कोई फैसला अभी नहीं लिया गया है। इन सभी ट्रेनों में 50 फीसदी सीटें खाली है।