• आयुक्त ने अधिकारियों की बैठक लेकर की शासकीय योजनाओं के संचालन व निगम के विभिन्न कार्यो की कार्यप्रगति की समीक्षा

  • योजनाओं के त्रुटिरहित क्रियान्वयन पर विशेष फोकस, विकास कार्यो में व्यवधान स्वीकार्य नहीं, शहर की स्वच्छता व राजस्व वसूली पर हो ठोस कार्यवाही

कोरबा। पशुपालकों द्वारा यदि बार-बार अपने पालतू मवेशियों को सड़क पर छोड़ा जाता है तो संबंधित पशुपालकों पर अर्थदण्ड के साथ ही एफ.आई.आर.भी दर्ज कराई जाएगी। आज आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने निगम अधिकारियों की बैठक में सड़क सुरक्षा एवं मवेशीमुक्त सड़क पर खास फोकस करते हुए उक्ताशय के निर्देश दिए। उन्होने शासकीय योजनाओं के त्रुटिरहित संचालन पर विशेष फोकस रखने, विकास कार्यो में व्यवधान उपस्थित करने वालों पर कार्यवाही प्रस्तावित करने तथा शहर की स्वच्छता व राजस्व वसूली पर ठोस कार्यवाही किए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने आज नगर पालिक निगम कोरबा के मुख्य प्रशासनिक भवन साकेत स्थित सभाकक्ष में समयसीमा की बैठक ली।
बैठक के दौरान आयुक्त श्री पाण्डेय ने शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं यथा गोधन न्याय योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, मुख्यमंत्री सस्ती दवा दुकान श्री धन्वंतरी योजना, मुख्यमंत्री मितान योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, अनियमित विकास का नियमितीकरण, डायरेक्ट बिल्डिंग परमिशन स्कीम सहित शासन की अन्य विभिन्न योजनाओं तथा निगम के विकास व निर्माण कार्यो, साफ-सफाई कार्यो तथा राजस्व वसूली कार्यो की कार्यप्रगति की बिन्दुवार समीक्षा की।
आयुक्त श्री पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन द्वारा कोसाबाड़ी चौक से निहारिका घंटाघर होते हुए बुधवारी चौक तक एवं उससे आगे जैन मंदिर चौक से तानसेन चौक होते हुए कोसाबाड़ी चौक तक के मुख्य मार्ग को मवेशी मुक्त सड़क बनाने का निर्णय लिया गया है, उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन मार्गो पर काऊकेचर के साथ आवश्यक अमले की तैनाती सुनिश्चित रहे, सड़कों पर मवेशी विचरण न करें, यह सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि शहर के अन्य प्रमुख मार्गो, सड़कों पर मवेशियों का विचरण न हों, इस दिशा में निरंतर कार्यवाही जा रखें। उन्होने कहा कि जिन पशुपालकों द्वारा अपने मवेशियों को बार-बार सड़क पर छोड़ा जा रहा है, उन्हें चिन्हाकित करते हुए ऐसे पशुपालकों पर अर्थदण्ड के साथ ही नियमों के तहत एफ.आई.आर. भी दर्ज कराएं तथा वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित कराएं।
दुरूस्त रहें गोठानों की व्यवस्थाएं
बैठक के दौरान आयुक्त श्री पाण्डेय ने शासन की जनकल्याणकारी योजना गोधन न्याय योजना की समीक्षा की। उन्होने निगम के सभी गोबर खरीदी केन्द्रों एवं गोठानवार योजना की कार्यप्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों केा निर्देश दिए कि गोबर खरीदी व खाद निर्माण की नियमित मानीटरिंग गोठान नोडल अधिकारी के द्वारा सुनिश्चित की जाए, नियमित रूप से गोबर की खरीदी हो, गोबर खुले में न पड़ा रहे, खाद निर्माण की प्रक्रिया अनवरत जारी रहे। उन्होने अधिकारियों से कहा कि पंजीकृत गोबर विक्रेताओं से वे व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें, उन्हें प्रोत्साहित व प्रेरित करें कि वे अपना गोबर गोठान में अवश्य विक्रय करें, उन्होने कहा कि गोठान की सभी व्यवस्थाएं पूर्ण रूप से दुरूस्त रहें अन्यथा जिम्मेदारी तय कर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
योजनाओं के त्रुटिरहित संचालन पर विशेष फोकस
आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना, मुख्यमंत्री मितान योजना, मुख्यमंत्री सस्ती दवा दुकान श्री धन्वंतरी योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य योजनाओं की कार्यप्रगति की योजनावार समीक्षा की तथा योजनाओं के त्रुटिरहित संचालन पर खास फोकस रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मितान योजना अंतर्गत बच्चों के आधार कार्ड बनाने हेतु आगनबाड़ी केन्द्रों, प्ले स्कूलो व प्राथमिक विद्यालयों में शिविर लगाने, मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजनाअंतर्गत संचालित मोबाईल मेडिकल यूनिटों में सभी प्रकार की निःशुल्क जांच एवं इलाज तथा सभी दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, श्री धन्वंतरी मेडिकल स्टोर्स में निर्धारित सभी जेनेरिक दवाईयों की उपलब्धता बनाए रखने, प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत बी.एल.सी.घटक के स्वीकृत सभी आवासगृहों का निर्माण कार्य त्वरित रूप से प्रारंभ कराने, ए.एच.पी.घटक के आवासगृहों की आबंटन प्रक्रिया प्रारंभ करने, हितग्राहियों को बैंक फायनेंस हेतु बैंकों के शिविर लगाने आदि के निर्देश भी अधिकारियों  को दिए।
उद्यानों की व्यवस्थाएं दुरूस्त करें
 आयुक्त श्री पाण्डेय ने निगम के जोन कमिश्नरों व उद्यान के प्रभारी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शहर में स्थित सभी उद्यानों की व्यवस्थाएं दुरूस्त रखी जाए, उद्यानों में लगाए गए आवश्यक खेलकूद व मनोरंजन उपकरणों का संधारण व आवश्यकतानुसार उन्हें बदलकर  नए उपकरण स्थापित कराएं, नियमित रूप से उद्यानों की सफाई हों, उद्यानों में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था रहे, यह सुनिश्चित कराएं। आयुक्त श्री पाण्डेय ने निगम के विकास व निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए प्रगतिरत कार्यो को समयसीमा में पूरा करने, अप्रारंभ कार्यो को त्वरित रूप से प्रारंभ कराने तथा निर्माण कार्येा की गुणवत्ता पर  पूरा ध्यान दिए जाने के कडे़ निर्देश अधिकारियों को दिए।
अनियमित विकास का नियमितीकरण
आयुक्त श्री पाण्डेय ने अनियमित विकास के नियमितीकरण हेतु प्राप्त आवेदनों तथा उन पर की गई नियमितीकरण की कार्यवाही, लंबित प्रकरणों आदि की जोनवार समीक्षा की तथा नियमितीकरण कार्यवाही मंे तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि आवासीय व व्यवसायिक भवन जिनका नियमितीकरण किया जाना है, उनका त्वरित रूप से सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करें, यदि आवासीय भवन की स्वीकृति ली गई है किन्तु भवन का व्यवसायिक उपयोग हो रहा है तो उस पर व्यवसायिक भवन के मद्देनजर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कराएं। उन्होने निर्देशित करते हुए कहा कि भवनों, दुकानों के लीज नवीनीकरण के संबंध में युक्तियुक्तपूर्ण प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करें
सार्वजनिक स्थानों, चौक-चौराहों में अलाव की व्यवस्था
आयुक्त श्री पाण्डेय ने जोन कमिश्नरों को निर्देशित करते हुए कहा कि वर्तमान मंे ठंड में वृद्धि हो रही है, अतः राहगीरों को ठंड से बचाव हेतु निगम क्षेत्र के सभी प्रमुख चौक-चौराहों, सार्वजनिक स्थानों, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, ज्यादा आवाजाही वाले स्थलों आदि में अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।
 बैठक के दौरान अपर आयुक्त खजांची कुम्हार, अधीक्षण अभियंता एम.के.वर्मा, उपायुक्त बी.पी.त्रिवेदी एवं पवन वर्मा, संपदा अधिकारी श्रीधर बनाफर, जोन कमिश्नर आर.के.माहेश्वरी, एन.के.नाथ, विनोद शांल्डिय, तपन तिवारी, अखिलेश शुक्ला, सहायक लेखाधिकारी अशोक देशमुख, सहायक अभियंता डी.सी.सोनकर, योगेश राठौर, राकेश मसीह, एच.आर.बघेल, राहुल मिश्रा, वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षक सुनील वर्मा, राजस्व अधिकारी रघुराज सिंह, अनिरूद्ध सिंह, अशोक बनाफर, के.एस.क्षत्री, यशवंत जोगी, गोयल सिंह विमल, रमेश सूर्यवंशी, विवेक रिछारिया आदि के साथ अन्य अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित थे।