नईदिल्ली I केंद्र सरकार के रक्षा मंत्रालय ने अग्निपथ योजना को लेकर गुरुवार को एक बड़ा बदलाव किया है। केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के लिए अधिकतम आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 साल तक कर दी है। यानी भर्ती के लिए अधिकतम आयुसीमा में दो साल की बढ़ोतरी की गई है।हालांकि, युवाओं को अधिकतम आयु सेवा में दो साल छूट का यह फायदा सिर्फ पहले साल में ही मिलेगा।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना की वजह से दो साल तक सेना भर्ती नहीं होने के चलते आयुसीमा पार कर चुके युवाओं को अवसर देने के लिए यह फैसला लिया है।
पहले साढ़ें 17 से 21 वर्ष निर्धारित की गई थी आयुसीमा
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को तीनों सेना के प्रमुखों की मौजूदगी में अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। जिसे टूर ऑफ ड्यूटी (Tour of Duty) का नाम दिया गया है। इस योजना के तहत रक्षा मंत्रालय ने सेना भर्ती के नियमों में व्यापक बदलाव किया है। जिससे योजना के अनुसार चार साल के लिए सेना में भर्ती का अवसर खुला है।
वहीं रक्षा मंत्रालय ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की आयु सीमा 17.5 से 21 साल तक निर्धारित की गई थी। जिसमें गुरुवार को रक्षा मंत्रालय ने आंशिक बदलाव किया और पहली बार के लिए अधिकतम आयु सीमा 23 साल कर दी गई।
देश के कई शहरों में गुरुवार को हुआ प्रदर्शन
अग्निपथ योजना की घोषणा केंद्र सरकार ने मंगलवार को की थी, लेकिन गुरुवार को इस योजना के खिलाफ देश के कई शहरों में युवाओं ने प्रदर्शन किया था। जिसमें बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, एमपी और उत्तराखंड का नाम सबसे आगे रहा। बिहार में युवाओं ने आगजनी करते हुए ट्रेन की बोगियों में आग लगा दी। इसे देखते हुए कई ट्रेन के परिचालन का समय भी बदलना पड़ा।
अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष भी हमलावर
केंद्र की अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। इस योजना पर कांग्रेस समेत एआईएमआईएम (AIMIM) सवाल उठा चुके हैं।कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी योजना का विरोध करते हुए कह चुकी है कि यह संंवेदनशील विषय है, जिसे बिना चर्चा किए लागू किया जा रहा है। वहीं ओवैसी योजना का विरोध करते हुए कह चुके हैं कि इससे बेरोजगारी कम नहीं होगी, बल्कि बेरोजगारी बढ़ेगी।
क्या है अग्निपथ योजना?
सरकार ने दशकों पुरानी सेना भर्ती प्रक्रिया में परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की शुरुआत मंगलवार को की थी। इस योजना के तहत एक तरह से कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर चार साल के लिए युवाओं की भर्ती की जाएगी। इस योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 युवा भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु पहले 17.5 वर्ष से 21 वर्ष के बीच थी, लेकिन अब सरकार ने अधिकतम उम्र सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 कर दिया है। इस योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले जवानों को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा।
सरकार ने शुरू किया जनसंपर्क अभियान
केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना को लेकर जनसंपर्क अभियान शुरू किया है। ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सार्वजनिक डोमेन में अग्निपथ योजनाओं से संबंधित तथ्यों को पोस्ट किया। इसमें “मिथक बनाम तथ्य” शीर्षक से एक विस्तृत दस्तावेज पोस्ट किया गया है, जो “गलतफहमियों को दूर करने” का प्रयास करता है, इसे सरकारी स्रोतों द्वारा साझा किया गया है।
सरकार ने इस योजना का 10 सूत्री बचाव भी किया है और रंगरूटों (सेना में भर्ती होने वाले नए जवानों) को आश्वासन दिया है कि वे सेना में चार साल पूरे करने के बाद खुद को मुश्किल में नहीं पाएंगे।