बालोद। अब तक आपने कई इंसानों के गुम हो जाने की किस्से सुने होंगे, लेकिन डौंडी ब्लॉक के आमडुला गांव का किस्सा कुछ अलग है. यहां दुल्हन शादी की पूरी रस्म होने के बाद रात 1 बजे ससुराल से सुहागरात से पहले गायब हो गई थी. मामले की भनक जैसे ही ससुराल वालों को लगी पैरों तले जमीन खिसक गई थी. अब नवविवाहिता अपने प्रेमी के साथ मिली है, जिस पर कोर्ट ने चौकाने वाला फैसला सुनाया है.
सुहागरात को फरार हुई थी दुल्हन
दरअसल, कांकेर जिले के भैसाकन्हार गांव में एक लड़की की शादी पूरे रस्मों-रिवाज के साथ 30 अप्रैल को संपन्न हुई. छत्तीसगढ़ी परंपरा के साथ दुल्हन की बिदाई उनके घर वालों ने की, जिसके बाद 2 मई को दूल्हे के घर नई दुल्हन का जोरों-शोरों से स्वागत सत्कार हुआ. नवविवाहिता को देखने कई लोगों की भीड़ उसके घर उमड़ पड़ी थी.
ससुराल से गायब हो गई थी दुल्हन
कोरोना के इस दौर में 10 लोगों को शादी में शामिल होने की अनुमति के बावजूद बड़ी संख्या में भीड़ की जानकारी पुलिस जिला प्रशासन की टीम को मिलते ही दूल्हे के घर में दबिश दी गई, जिसके बाद तब वहां से फरार हो गए. तब तक किस्सा एकदम बराबर चल रहा था. उसी रात नवविवाहिता रात के 1:30 बजे अपने ससुराल से गायब हो गई.
दूसरे दिन दुल्हन के मायके और ससुराल वालों ने खूब तलाशने की कोशिश की, लेकिन नई दुल्हन कहीं नजर नहीं आई. आखिरकार थक हार कर दुल्हन के ससुराल और मायके वालों ने डौंडी में जाकर नवविवाहिता के गुम हो जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई. 4 दिन बाद पुलिस को पता चला कि नई दुल्हन अपने प्रेमी के साथ चारामा में घर बसा चुकी है.
कोर्ट ने दे दिया ये फैसला…
नवविवाहिता के चारामा में होने की जानकारी के बाद दुल्हन और उसके प्रेमी को डौंडी थाना लाया गया. जहां नवविवाहिता ने बताया कि उसके मर्जी के बगैर उनके घर वालों ने किसी दूसरे से शादी रचाई थी, जिसके बाद नवविवाहिता को कोर्ट में पेश किया गया. जहां उन्होंने उसने अपने प्रेमी के साथ जिंदगी भर रहने की बात कही. कोर्ट ने प्रेमी के साथ रहने की अनुमति दे दी. फिर क्या था नवविवाहिता दूल्हे के अरमानों में पानी फेर कर अपने प्रेमी के साथ रहने चली गई.