एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट(ईडी) ने समन भेजकर उन्हें गवाही के लिए दिल्ली बुलाया और प्रताड़ित किया,

कहीएनफोर्समेंट डिपार्टमेंट(ईडी) ने समन भेजकर उन्हें गवाही के लिए दिल्ली बुलाया और प्रताड़ित किया है। उन्हें अनकही अखबार के प्रधान संपादक विजय बुधिया ने पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा से मिलकर सुरक्षा की मांग की है। विजय बुधिया ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर बताया के एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट(ईडी) ने समन भेजकर उन्हें गवाही के लिए दिल्ली बुलाया और प्रताड़ित किया है। उन्हें किसी और मामले की गवाही के लिए बुलाया गया था लेकिन उन पर अनिल टुटेजा व सरकार के अन्य करीबी अफसरों का नाम लेने के लिए दबाव डाला गया। उन्हें धमकाया भी गया है अतः उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए।
विजय बुधिया ने ईडी के अफसर पंकज कुमार का उल्लेख करते हुए ज्ञापन में सारे तथ्य लिखित में डीजीपी अशोक जुनेजा को सौंपे।
विजय बुधिया ने डीजीपी को बताया कि वह बुजुर्ग हैं। 60 साल से ज्यादा उनकी उम्र है। डायबिटीज के मरीज हैं। इस बात को जानने के बावजूद उन्हें घंटों तक दिल्ली में बिठाए रखा गया। वे एक जिम्मेदार नागरिक के नाते ईडी का समन मिलते ही स्वयं के व्यय पर गवाही देने के लिए गए थे लेकिन वहां उनसे संबंधित प्रकरण में अशोक चतुर्वेदी के बारे में ना पूछ कर अनिल टुटेजा व अन्य अफसरों के बारे में पूछा जाता रहा जिनका उस प्रकरण से कोई सम्बन्ध नही है। घुमा फिरा कर उनका नाम लेने के लिए दबाव डाला जाता रहा। यह बताने के बावजूद कि वे मीडिया कर्मी हैं, उन्हें घर नहीं पहुंचने की धमकी तक दी गई और उसी दफ्तर के एक शख्स ने उनसे कहा कि सरकार तो आप की जाएगी ही, अभी भी मौका है पलट जाओ और हमारे हिसाब से गवाही दे दो। विजय बुधिया ने डीजीपी अशोक जुनेजा को सारी बातें विस्तार से बताई व उनसे सुरक्षा की मांग की। विजय बुधिया के साथ डीजीपी से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में प्रेस क्लब अध्यक्ष दामू आंबेडारे, पूर्व अध्यक्ष अनिल पुसदकर, पूर्व महासचिव संदीप पौराणिक, प्रत्यूष शर्मा आदि शामिल थे।