रायपुर I छत्तीसगढ़ गांजा तस्करी के लिए सुरक्षित ठिकाना बनते जा रहा है। पूर्व में महासमुंद एसपी रहते हुए प्रफुल्ल ठाकुर ने गांजे के नेटवर्क को ध्वस्त किया था। हालांकि उनके वहां से जाने के बाद फिर से वैसी कार्रवाई नहीं हुई पर बड़ी मात्रा में गांजा पकड़ाए जाने के बाद तस्करों ने गांजा तस्करी का ढंग बदल लिया है। अब वे छोटे-छोटे भागों में इसकी तस्करी करने लगे हैं।

इसके साथ ही नए-नए लोग सप्लाई के काम में आ रहे हैं। शनिवार को रायपुर पुलिस ने 15 किलो गांजे के साथ जिस तस्कर को पकड़ा, वह दिल्ली का रहने वाला है। पकड़ाया तस्कर अमन मिश्रा ने पुलिस को बताया कि वह कोंडागांव से गांजा लेकर आ रहा है। इसे वह गोंदिया, महाराष्ट्र ले जाकर सप्लाई करता। तस्करी के इस ढंग ने पुलिस को सतर्क कर दिया है। आरोपित से उसके नेटवर्क के संबंध में पूछताछ की जा रही है।

शनिवार को एण्टी क्राइम एवं सायबर यूनिट अंतर्गत गठित नारकोटिक्स सेल की टीम को सूचना प्राप्त हुई कि थाना टिकरापारा क्षेत्रांतर्गत पचपेढ़ी नाका स्थित ओवरब्रिज के नीचे एक व्यक्ति अपने पास बैग में गांजा रखा है। सूचना के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी द्वारा प्रभारी एण्टी क्राइम एवं साइबर यूनिट तथा थाना प्रभारी टिकरापारा को गांजा तस्कर को पकड़ने का निर्देश दिया।

पुलिस ने वहां पहुंचकर उक्त व्यक्ति को पकड़ा। पूछताछ में उसने अपना नाम अमन कुमार मिश्रा, निवासी नई दिल्ली का होना बताया। टीम के सदस्यों द्वारा उसके पास रखे बैग की तलाशी लेने पर बैग में गांजा मिला। आरोपित अमन कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से कुल 15 किलो 100 ग्राम गांजा कीमती लगभग डेढ़ लाख का माल जब्त किया गया। आरोपित को नारकोटिक्स एक्ट में गिरफ्तार किया गया। आरोपित से विस्तृत पूछताछ करते हुए इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के संबंध में भी विस्तृत पूछताछ की जा रही है।