नई दिल्ली। सचिन तेंदुलकर दुनिया के महान क्रिकेटरों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने 1989 में 16 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था और 24 साल तक देश के लिए खेले। साल 2013 में उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट ली थी। अपने खेल के दौरान सचिन तेंदुलकर दुनिया के कई महान खिलाड़ियों के साथ और खिलाफ खेला साथ ही उन्होंने टेस्ट और वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाते हुए अपने क्रिकेट करियर का अंत किया। टेस्ट और वनडे में अब भी सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम पर ही दर्ज है।

अपने क्रिकेट करियर के दौरान सचिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी कई वनडे और टेस्ट मैच खेले और ज्यादातर मौकों पर उनका प्रदर्शन अच्छा रहा। सचिन तेंदुलकर ने कंगारू टीम के खिलाफ कुल 110 मैच खेले थे। इन मैचों में 39 टेस्ट मैच थे जिसमें सचिन ने 55.00 की औसत से 3630 रन बनाए थे। इस टीम के खिलाफ सचिन के नाम पर 11 शतक और 16 अर्धशतक दर्ज है। वहीं कंगारू टीम के खिलाफ सचिन ने 71 वनडे मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 44.59 की औसत से 3077 रन बनाए थे।

कंगारू टीम को हमेशा मैदान पर माइंड गेम खेलने के लिए जाना जाता है और इसके जरिए वो अपने विरोधी टीम पर दवाब डालते हैं। यही नहीं ऑस्ट्रेलिया की टीम स्लेजिंग के लिए भी खूब जानी जाती है, लेकिन इस टीम ने कभी भी सचिन तेंदुलकर के खिलाफ स्लेजिंग नहीं की और इसके बारे में पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने बताया। ली ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि आखिरी ऑस्ट्रेलिया की टीम सचिन के खिलाफ स्लेजिंग क्यों नहीं करती थी।

ब्रेट ली ने कहा कि सचिन मैदान के बाहर जिस तरह के हैं उससे बिल्कुल अलग मैदान पर नजर आते हैं। जब आप गेंदबाजी करते हैं और अगर आप उनकी आंखों में देखते हैं तो ऐसा लगता है जैसे कि वो टाइगर का आंख हो। उन्हें देखकर ऐसा लगता है जैसे कि वो लड़ाई चाहते हैं। हमने हमेशा एक-दूसरे से कहा कि सचिन से बात मत करो जब वो बल्लेबाजी करते हैं, क्योंकि अगर आप उन्हें स्लेज करेंगे तो उनकी बल्लेबाजी दूसरे स्तर की हो जाएगी और वो जल्दी आउट नहीं होंगे।