रायपुर I छत्तीसगढ़ के मैदानी जिले लू की चपेट में हैं। ऐसा राजस्थान और गुजरात से आ रही उत्तर पश्चिम हवाओं की वजह से हुआ है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि ऐसी स्थिति सोमवार तक बनी रहेगी। उसके बाद कुछ स्थानों पर बरसात होने से स्थिति सामान्य हो सकती है। सोमवार से बस्तर संभाग के जिलों में अंधड़ और आकाशीय बिजली गिरने की संभावनाओं वाला मौसम बनेगा।
छत्तीसगढ़ में जून का मौसम वैसे भी सबसे गर्म होता है। इस बीच देश के दूसरों इलाकों में पड़ रही भीषण गर्मी का असर भी यहां के मौसम पर दिख रहा है। रायपुर से कोरबा और रायगढ़ से राजनांदगांव तक के पूरे ब्लॉक में दिन का तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस तक ऊपर चला गया है। वहीं रात का तापमान भी सामान्य से बहुत अधिक है।
मौसम विभाग ने बताया है कि अगले दो दिनों तक राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, महासमुंद, बलौदा बाजार, बेमेतरा, जांजगीर-चांपा, मुंगेली, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ जिलों में लू चल सकती है अथवा लू की स्थिति बन सकती है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, इस मौसम में वैसे भी सूर्य की गर्मी से सतह काफी गर्म हो जाती है। ऊपर से छत्तीसगढ़ के मध्य भाग में गुजरात और राजस्थान से उत्तर-पश्चिम हवा आ रही है। यह अपेक्षाकृत काफी गर्म है। इसकी वजह से लू जैसी स्थिति बन रही है। मौसम का यह रूप सोमवार तक बना रह सकता है। उसके बाद कुछ हिस्सों में छिटपुट बरसात से तापमान कम होगा। हालांकि उसके बाद हवा में नमी की मात्रा बढ़ने से उमस बढ़ जाएगी।
लोकल सिस्टम, लेकिन बरसात की संभावना नहीं
मौसम विभाग के मुताबिक एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। वहीं एक द्रोणिका पूर्वी उत्तर प्रदेश से नगालैण्ड तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। इसके बाद भी प्रदेश का मौसम मुख्य रूप से सूखा रहने की ही संभावना है। अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। लेकिन इसमें कोई गिरावट भी नहीं होगी।
मानसून में थोड़ी देर संभव, 13 तक जगदलपुर
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस बार मानसून पिछले अनुमानों से थोड़ी धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। अभी वह कर्नाटक, तमिलनाडु के ऊपर है। इसके धीरे-धीरे उत्तर की बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने अनुमानों को फिर से रीसेट किया है। मौसम विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया, अब 13 जून तक मानसून के जगदलपुर पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। 16 जून तक यह रायपुर पहुंच जाएगा। उसके बाद यह और उत्तर की ओर आगे बढ़ेगा।
जून में 47.2 डिग्री तक पहुंच चुका है तापमान
देश भर में जून का महीना झुलसाने वाली गर्मी के लिए जाना जाता है। छत्तीसगढ़ में जून महीने में सवार्धिक अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस मापा गया है। रायपुर में यह 11 जून 1931, एक जून 1988 और 8 जून 1995 को रिकॉर्ड किया गया था। बिलासपुर में दो जून 2012 को यह रिकॉर्ड हुआ।
वहीं जांजगीर-चांपा में भी तीन जून 1978 को अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ था। इस साल इस महीने का अधिकतम तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा है। इसे तीन जून को मुंगेली में रिकॉर्ड किया गया था।