गरियाबंद। मैनपुर थाना क्षेत्र के धवलपुर में 17 जून को फिरतु राम की संदिग्ध मौत का खुलासा हो गया है. उसका मितान ही उसका कातिल निकला. मैनपुर पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने गांव के ही चैनसिंह यादव और उसके छोटे भाई गणेश यादव को गिरफ्तार किया है. चैनसिंह पर फिरतु राम की हत्या करने और उसके छोटे भाई गणेश पर लाश को ठिकाने लगाने में सहयोग करने का आरोप है. पूछताछ में अपना आरोप स्वीकार करने के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पूरा मामला अवैध संबंधों से जुड़ा है. फिरतु राम और चैन सिंह मितान थे. वहीं जांच में पता चला है कि फिरतु की पत्नी के संबंध चैन सिंह से थे. 10 जून को उसने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था. इसके बाद वह मामले को समाज के समक्ष रखने की धमकी देकर चैन सिंह को टारगेट कर रहा था.

16 जून की रात को भी फिरतु ने नशे की हालत में चैनसिंह के घर पहुंचकर उससे झगड़ा किया था. समाज में बेइज्जती के डर से चैनसिंह ने गमछा से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और फिर अपने छोटे भाई के साथ मिलकर उसकी लाश मोटर सायकिल से गांव के बाहर एक बरगद पेड़ के नीचे फेंक दी.

17 जून को फिरतु की लाश गांव के बाहर संदिग्ध हालत में मिली. मृतक के चचेरे भाई ने पुलिस को मामले की सूचना दी. उसके बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच पड़ताल शुरू की. पोस्टमार्डम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की बात सामने आने के बाद पुलिस ने जांच उसी दिशा में मोड़ते हुए आगे बढ़ाया और आज मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.