lover affair

 पत्नी पहुंची थाने, लगाया यह आरोप…

लोरमी। मुंगेली जिले में वकील ने एक डॉक्टर पर पत्नी का अपहरण करने का केस दर्ज कराया था. अब इस मामले ने नया मोड़ ले लिया है. वकील की पत्नी पुलिस के सामने आ गई है. उन्होंने अपने पति पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. साथ ही प्रताड़ना से तंग आकर अपनी मर्जी से जाने की बात कही है. वहीं वकील ने कांग्रेस नेता के दबाव में उल्टा केस दर्ज करने का आरोप लगाया है. वकील संघ ने इस मामले पर पुलिस के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

मामला बीते 18 दिन पहले का है. जहां वकील पति बेदुराम रात्रे ने कांग्रेस नेता रमेश कश्यप सहित उनके दो अन्य दोस्तों पर पत्नी का अगवा कर ले जाने की शिकायत लोरमी थाने में की थी. इस खबर को lalluram.com ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इसके बाद आनन-फानन में पीड़ित वकील बेदुराम की पत्नी शुक्रवार को थाना पहुंची. इस दौरान आरोपी रमेश कश्यप कुछ कांग्रेसी नेताओं के साथ तो वहीं शिकायतकर्ता बेदुराम रात्रे भी अन्य वकीलों के साथ न्याय की गुहार लगाने लोरमी थाने पहुंचे थे.

इस दौरान पत्नी द्वारा पति पर ही प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दे दिया. इस शिकायत के बाद बेदुराम रात्रे को ही आरोपी बनाते हुए पुलिस ने उनके ही विरुद्ध 498, 323, 506 धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है.

वकील की पत्नी शजीकला रात्रे ने बताया कि उनकी शादी 2004 में हुई थी. शादी के बाद उनके पति के द्वारा आए दिन चरित्र शंका को लेकर मारपीट की जाती थी. जिससे तंग आकर 18 दिन पहले पत्नी किसी परिचित के साथ मुंगेली चली गई और मुंगेली में रह रही थी. अपहरण किए जाने के आरोप की जानकारी होने के बाद लोरमी थाने में पहुंचकर पति के खिलाफ मारपीट और प्रताड़ित करने का केस दर्ज कराया है.

इस पूरे मामले में लोरमी थाना प्रभारी राजकुमार साहू ने बताया कि पत्नी के अपहरण का आरोप वकील पति ने लगाया था, लेकिन पति के शिकायत के अनुसार अपहृत पत्नी द्वारा खुद थाने में उपस्थित होकर अपने ही पति के खिलाफ मारपीट और प्रताड़ना का शिकायत किया है, जिस पर कई धाराओं के तहत पति के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है. साथ ही बेदुराम के शिकायत में जांच करते हुए आज उनकी पत्नी का बयान दर्ज किया गया है. जिसके बाद जल्द ही आगे नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी.

मामले में बेदुराम रात्रे ने लोरमी पुलिस पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए उनके कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किया है. उन्होंने जल्द ही न्याय नहीं मिली तो आत्मदाह करने की चेतावनी दी है. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मैं अपनी पत्नी से मारपीट नहीं किया. इसके प्रत्यक्ष गवाह मेरे चार बच्चे हैं. मुझे न्याय मिलना तो दूर झूठे केस में फंसाया जा रहा है. कांग्रेसियों के दबाव में मेरे खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. मामले में वकील रवि शर्मा ने भी अनुसूचित जाति के वकील के खिलाफ कांग्रेसियों के दबाव में एफआईआर दर्ज की गई है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पीड़ित वकील को जल्द न्याय नहीं मिला तो वकील संघ धरना प्रदर्शन करने मजबूर होंगे.