अंश कालीन स्कूल सफाई कर्मचारियों की बैठक में उपस्थिति, अब1000 की संख्या तक पहुँचा।
अपना परिवार का पेट कैसे भरें ? 2300/रुपए में एक निरीह जानवर की तरह पेट भर रहे हैं, अंशकालीन सफाई कर्मी ;
*कोरबा के छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारियों की बैठक संपन्न*
कोरबा : ( नव-ऊर्जा) 13 दिसम्बर को वेतन दर की मांग को लेकर घंटाघर कोरबा केओपन थियेटर पर खुले मैदान में बैठक रखा गया, इस बैठक में अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारीयों को हो रहे आर्थिक समस्याओं पर संगठन सदस्य एवं पदाधिकारी गण ने चर्चा किया,
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ के समस्त स्कूलों में कार्यरत अशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारियों को पूर्ण कालीन एवं कलेक्टर दर पर वेतन की मांग है।
प्रदेश पदाधिकारियों के आव्हान पर जिला सुकमा से झीरम घाटी होते हुए सरगुजा संभाग एवं बस्तर संभाग से पैदल मार्च दांडी पैदल यात्रा 18 दिसंबर 2021 से रायपुर बूढ़ा तालाब तक के लिए निकाला जाएगा जिसमें प्रदेश के समस्त जिला के दांडी यात्रा में अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी शामील होकर हड़ताल गरेंगे और सीएम हाउस का घेराव किया जाएगा यहां स्कूल सफाई कर्मचारी सन 2011 से छत्तीसगढ़ के समस्त स्कूलों में प्रधान पाठक द्वारा नियुक्त किया गया है और 2 घंटे के नियम के अनुसार वर्तमान में अभी प्रति माह 23 सो रुपए वेतन दिया जा रहा है परंतु प्रधान पाठकों प्राचार्य द्वारा स्कूलों में एक चपरासी की भांति दिन भर कार्य करवाया जा रहा है इस महंगाई के दौर मैं इतने कम वेतन पर हमारा घर परिवार कैसे चलता होगा यह सोचने योग्य है।
2018 में माननीय टी एस सिंह देव बाबा ने घोषणा किया है कि हमारे कांग्रेस शासन अगर राज्य में आता है तो 10 दिवस के अंदर ही आप लोगों का नियमितीकरण की मांग को तत्काल पूरा किया जाएगा। परंतु आज 3 वर्ष होने को है फिर भी हमारी मांग को अनदेखना किया है, अभी तक हमें नियमित नहीं किया गया है।
जिला कोरबा के समस्त कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर रायपुर धरना प्रदर्शन एवं सीएम हाऊस का घेराव करने के लिए कमर कस लिया है, यह कांग्रेस की सरकार अपने वादे पूरा नहीं करते हैं तो आगामी समय में हमारी उपेक्षा उन्हें महंगा पड़ेगा।
जिलाध्यक्ष पंचम दास महंत के द्वारा यह बताया गया है कि सभी सफाई कर्मचारी का हाल बेहाल है निरीह ज़ानवर से भी गए गुजरे हैं और अभी की स्थिति में अंशकालीन सफाई कर्मचारियों का और भी बुरा हाल है। इस बैठक में जिला अध्यक्ष पंचम दास महंत, जिला उपाध्यक्ष लखन दीवान, त्रिभुवन यादव, जिला सचिव कन्हैया राजा, जिला संस्थापक विजय कुमार राजवाडे, जिला कोषाध्यक्ष गणेश राम, मीडिया प्रभारी खिकराम कश्यप, महामंत्री बुधराम साहू , संगठन मंत्री अरुण दास, सावन कुमार, प्रवक्ता संतोष कुमार राज, जिला सलाहकार बीपात राम, कार्यकारणी लछमनिया बाई, राजबाई, नीतू राठिया, प्रकोष्ठा महिला- अनिता कंवर, राम कुमारी, कामिनी बाई एवं समस्त जिला कार्यकर्ता संकुल अध्यक्ष एवं समस्त सदस्यगण की उपस्थिति संख्या लगभग 1000 की रही है।
सभी उपस्थित सदस्यों ने ध्वनिमत से कहा कि छत्तीसगढ़ शासन में शामिल अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले शांति और ईमानदारी पूर्वक कार्य करने वाले इच्छा-शक्ति के धनी, विश्वासनीय मंत्री जी द्वारा चुनाव के समय किये गये वादे का अभी तक पूरा होते नहीं दिख रहा है।
बाबा टी एस सिंहदेव ने विभाग, स्तरीय मंत्री मंडल, केबिनेट की बैठक में हमारी जायज मांगों को जरूर रखे होंगे, फिर भी हमारी जायज मांगों को पूरा नहीं कर पाना, छत्तीसगढ़ शासन में बैठे जिम्मेदार पदाधिकारियों का ढुलमुल रवैए को दर्शाता है, जो हमें आन्दोलन के लिए प्रेरित कर रहा है, इसलिए हमें अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़नी होगी।