रायपुर । स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट माना में कार्गों सेवाएं तीन दिन से ठप है I इसी वजह से विमान के जरिए दवाइयां-वैक्सीन और अन्य सामान का आयात रुक चुका है। यहां कार्गों सेवाएं एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के स्वामित्व वाली निजी कंपनी द्वारा संचालित हैं। 16 जून को 28 कर्मचारियों ने एक साथ नौकरी छोड़ दी।
सूत्रों के मुताबिक नौकरी छोड़ने के पीछे कंपनी द्वारा कर्मचारी विरोधी रवैया सामने आ रहा है। कार्गों सेवाओं के बंद होने की वजह से दवाइयां, वैक्सीन, मेडिकल उपकरण, डाक सेवा, मोबाइल-इलेक्ट्रानिक्स सहित अन्य जरूरी सामग्री का आयात-निर्यात भी ठप हो चुका है।
कर्मचारियों के एक साथ नौकरी छोड़ने के बाद शनिवार को दिल्ली मुख्यालय से कंपनी के एजीएम को माना एयरपोर्ट भेजा गया, जिसके बाद नई भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। हालांकि शनिवार को भी कार्गों सेवाएं बहाल नहीं हो पाई। उल्लेखनीय है कि एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के स्वामित्व वाली कंपनी एएआई-क्लास कार्गाे लाजिस्टिक एंड एलायड सर्विसेज कंपनी लिमिटेड को माना एयरपोर्ट में कार्गों सेवाओं के लिए जिम्मेदारी मिली हुई है।
16 जून को खत्म हो गया अनुबंध
एएआई क्लास कंपनी ने माना एयरपोर्ट में कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए 21 मार्च से 15 जून तक ओरिया एविएशन कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी थी। अनुबंध खत्म होते 16 जून से एक अन्य कंपनी बेसिल को जिम्मेदारी दे दी गई, जिसके बाद कंपनी ने 28 में से सिर्फ 18 कर्मचारियों को ही रखने का निर्णय लिया। चूंकि एयरपोर्ट में पहले से ही कर्मचारियों की कमी थी, लिहाजा बाकी कर्मचारियों ने भी काम करने से इन्कार कर दिया।
कोरियर कंपनियों ने बुकिंग लेना किया बंद
कार्गों सेवाएं ठप होने की वजह से राजधानी के कई कोरियर कंपनियों ने तय समय-सीमा में सामान पहुंचाने के लिए बुकिंग लेना बंद कर दिया है। विमान के माध्यम से स्पीड पोस्ट, डाक सेवा, मेडिकल, आयुर्वेदिक दवाएं आदि वस्तुओं का आयाात-निर्यात होता है। ऐसे में बुकिंग कराने पहुंच रहे लोगों को कोरियर कंपनी के कर्मचारी कार्गों सेवाएं बंद होने का भी हवाला दे रहे हैं। कई सामानों को रेल मार्ग से नजदीकी एयरपोर्ट जैसे नागपुर, कोलकाता, भुवनेश्वर, विशाखापट्टनम आदि शहर में पहुंचाकर भेजा जा रहा है।
हर माह बढ़ रहा व्यवसाय
कार्गों सेवाओं की स्थिति पर गौर करें तो माना एयरपोर्ट से व्यवसाय हर महीने बढ़ रहा है। जनवरी से लेकर मई महीने तक माना एयरपोर्ट में 2200 मीट्रिक टन सामान का आयात-निर्यात हुआ है। कार्गो क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि फायदे में रहने के बाद भी कर्मचारियों की संख्या में कटौती समझ से परे हैं। माना एयरपोर्ट में 2015 से कार्गों सेवाएं जारी हैं। अब तक चार कंपनियां बदल चुकी हंै।
व्यवस्था शीघ्र ठीक करने का प्रयास
स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के निदेशक प्रवीण जैन ने कहा कि माना एयरपोर्ट में कार्गों सेवाएं निजी कंपनी द्वारा संचालित है। सेवाओं पर असर आया है। व्यवस्था शीघ्र ठीक करने का प्रयास है।
हो रही है नई भर्ती
एएआइ-क्लास कार्गाे लाजिस्टिक एंड एलायड सर्विसेज कंपनी लिमिटेड, दिल्ली के एजीएम जोगिंदर कात्याल ने कहा कि कंपनी की पालिसी के बारे में मैं नहीं बता पाऊंगा, लेकिन कार्गाे सेवाएं जारी रखने के लिए नई भर्ती की जा रही है। शनिवार को प्रमुख पदों पर नियुक्ति हुई है। रविवार तक सेवाएं बहाल करने की कोशिश की जा रही है।