नईदिल्ली I केंद्र सरकार ने 27 मई को आधार कार्ड इस्तेमाल की नई एडवाइजरी जारी की थी जिसमें लोगों को अपने आधार की फोटोकॉपी होटल, सिनेमा आदि जैसे प्रतिष्ठानों को उनके संभावित दुरुपयोग को रोकने के लिए नहीं देने की सलाह दी गई थी। अब इस एडवाइजरी जारी करने के पीछे की वजह सामने आई है।  27 मई को बेंगलुरु में ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होने वाले एक शिपमेंट को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर जब्त कर लिया गया था। इसके बाद इस मामले को चेन्नई पुलिस को भेजा गया था, जिसने आंध्र प्रदेश से एक व्यक्ति को पकड़ा जो कि तस्करी के लिए लोगों के आधार कार्ड की फोटोकॉपी का उपयोग कर जालसाजी करता था।

घटना के बाद अधिकारी हुए सतर्क
इस घटना के बाद से अधिकारी सतर्क हो गए और इसकी सूचना बेंगलुरु में यूआईडीएआई के क्षेत्रीय कार्यालय को दी गई। इसके बाद कार्यालय ने नई एडवाइजरी जारी कर कहा था कि अपने आधार की फोटोकॉपी को दूसरे व्यक्ति से साझा न करें। हालांकि, इसके बाद केंद्र सरकार ने भी इस एडवाइजरी को जारी किया था।

90 लाख रुपये के 4.4 किलोग्राम इफेड्रिन क्रिस्टल जब्त किए गए थे
कस्टम्स इंटेलिजेंस यूनिट ने कथित तौर पर 90 लाख रुपये के 4.4 किलोग्राम इफेड्रिन क्रिस्टल जब्त किए जो कपड़ों के एक शिपमेंट में छुपाए गए थे। कार्गो को बेंगलुरु हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय कूरियर टर्मिनल पर रोक दिया गया था। आरोपी व्यक्ति को 20 मई को गिरफ्तार किया गया था।

केंद्र सरकार ने 27 मई को जारी की थी एडवाइजरी
यूआईडीएआई ने 27 मई की अपनी एडवाइजरी में लोगों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वे अपने आधार विवरण केवल उन संस्थाओं के साथ साझा करें जिनके पास प्राधिकरण से उपयोगकर्ता लाइसेंस है, लेकिन यह निर्दिष्ट नहीं किया कि उन्हें इसे कैसे सत्यापित करना चाहिए।

29 मई को सलाह ले ली थी वापस
हालांकि, आधार कार्ड के इस्तेमाल को लेकर नई एडवाइजरी को सरकार ने वापस ले ली थी। साथ ही इसे सामान्य गतिविधि बताते हुए अपनी समझ से आधार नंबर शेयर करने की बात कही है। मंत्रालय ने आश्वासन दिया कि आधार पहचान प्रमाणीकरण पारिस्थितिकी तंत्र ने आधार धारक की पहचान और गोपनीयता की रक्षा और सुरक्षा के लिए पर्याप्त सुविधाएं प्रदान की हैं। मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि सामान्य विवेक  क्या है।