देश में कोरोना अब डरा रहा है। पिछले 14 दिन में पॉजिटिविटी रेट लगभग दोगुना से ज्यादा बढ़ गया है। सिर्फ 168 दिन बाद पॉजिटिविटी रेट 7% के पार हो चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। WHO के मुताबिक, 5% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट चिंता की बात है। बीते 24 घंटे में देश में 14,830 नए केस आए। 18,159 मरीज ठीक हुए, जबकि 36 संक्रमितों की मौत हो गई। एक्टिव केस 1,47,512 हैं।
उधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना पॉजिटव हो गए हैं। उन्हें कुछ दिनों से बुखार आ रहा था। अब उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
7 करोड़ से ज्यादा को बूस्टर डोज लगी
देश में कुल 7.37 करोड़ लोगों को बूस्टर डोज लग चुकी है। 13 जुलाई को सरकार ने 18+ वालों को मुफ्त में बूस्टर लगाने की घोषणा की थी। इसके बाद महज 13 दिनों में (13 से 25 जुलाई के बीच) 2 करोड़ लोग प्रिकॉशन डोज लगवा चुके हैं। 1 से 12 जुलाई के बीच 53 लाख लोगों ने ही बूस्टर डोज लगवाई थी यानी रफ्तार 4 गुना तक बढ़ गई है।
फिर भी हम अभी पीछे हैं, क्योंकि 69 करोड़ लोगों को दूसरी डोज लगवाए हुए 6 महीने हो चुके हैं, लेकिन इनमें से करीब 90% ने अब तक बूस्टर नहीं लगवाई। सबसे ज्यादा 2.45 करोड़ बूस्टर डोज 60 से ऊपर वालों को लगी हैं।
24 जुलाई के आंकड़ें देखें तो 12 राज्यों में संक्रमण दर 10% जबकि मेघालय, मिजोरम और नागालैंड में संक्रमण दर तो 20% के भी ऊपर पहुंच गई है। वहीं, 12 अन्य राज्यों में राहत की बात है, यहां संक्रमण दर 5% से कम है। 11 जुलाई को पॉजिटिविटी रेट 3.2% था।
सिर्फ 2 डोज 6 महीने में बेअसर, बूस्टर से 52% सुरक्षा
वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने से मिली इम्युनिटी 4-6 महीने में कम होने लगती है। यानी दोबारा संक्रमण से सुरक्षा लगभग खत्म हो जाती है। इसलिए बूस्टर लगवाना जरूरी है। कतर के स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से हुई रिसर्च कहती है कि तीसरा डोज यानी बूस्टर लगवाने से संक्रमण का खतरा 52% तक कम हो जाता है।
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के डॉ. राम एस. उपाध्याय ने भास्कर से बातचीत में बताया कि बूस्टर डोज इम्युनिटी को कई गुना बढ़ा देती है और दोबारा संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। पुराने संक्रमण से आई इम्युनिटी 14 महीने तक सुरक्षित रखती है।
दो महीने बाद महाराष्ट्र में नए केस 1000 से नीचे
तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और महाराष्ट्र ये पांच ऐसे बड़े राज्य हैं, जहां संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि, महाराष्ट्र में करीब दो महीने बाद नए केस में जबरदस्त गिरावट आई। पिछले 24 घंटे में राज्य में 785 नए मामले सामने आए, 935 मरीज ठीक हुए। जबकि 6 संक्रमितों की मौत हो गई। इससे पहले 31 मई को महाराष्ट्र में 711 नए केस मिले थे।
वहीं, महाराष्ट्र में नए केस में कमी के बाद तमिलनाडु नए संक्रमण के मामले में टॉप पर पहुंच गया है। तमिलनाडु में पिछले 24 घंटे में 1903 नए केस आए। किसी भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई।
सिर्फ तीन राज्यों में 1000 से ज्यादा मामले
देश में सिर्फ तीन ही राज्य ऐसे हैं जहां 1000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। इन राज्यों में तमिलनाडु, केरल और पश्चिम बंगाल हैं। सोमवार से पहले इस लिस्ट में महाराष्ट्र, कर्नाटक और ओडिशा भी शामिल थे। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकडों के मुताबिक बीते 24 घंटे में केरल में 1700, पश्चिम बंगाल में 1094 नए संक्रमित मिले। वहीं, कर्नाटक में 939, और ओडिशा में 739 नए मामले रिकॉर्ड किए गए।
राजधानी दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट भले ही 8.18% हो, लेकिन यहां कोरोना के नए केस 500 से नीचे है। सोमवार को राजधानी में 463 नए मामले दर्ज किए गए। पॉजिटिविटी रेट 8.18% का मतलब हुआ कि 100 में से 8 या 9 लोग ही संक्रमित मिल रहे हैं।